हिंदी भाषा में "आओ मदीने चलें" एक भक्ति गीत है जो लाखों लोगों को मदीना शहर, इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के निवास और मकबरे की एक आध्यात्मिक यात्रा पर जाने के लिए प्रेरित करता है। इस गीत के बोल प्रोत्साहन, भक्ति और मदीना की पवित्रता के प्रति प्रेम से भरे हुए हैं।
मदीना, जिसे मूल रूप से यात्रिब के नाम से जाना जाता था, इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण शहर है। यह वह जगह है जहां पैगंबर मुहम्मद 622 ईस्वी में मक्का से पलायन (हिजरत) के बाद बस गए थे। मदीना में, उन्होंने मुसलमानों का पहला समुदाय स्थापित किया और इस्लाम के सिद्धांतों को फैलाना शुरू किया।
वर्ष 632 में पैगंबर मुहम्मद की मृत्यु के बाद, उन्हें मदीना में दफनाया गया। उनकी कब्र मसजिद अल-नबावी के भीतर एक पवित्र स्थल बन गई है, जो दुनिया की सबसे पवित्र मस्जिदों में से एक है। मदीना में बहुसंख्यक मुसलमानों के लिए एक पवित्र स्थान बनी हुई है, जो जीवनकाल में कम से कम एक बार तीर्थ यात्रा (हज या उमराह) करना आवश्यक मानते हैं।
"आओ मदीने चलें" गीत की रचना 20वीं शताब्दी के भारतीय कवि और संगीतकार हसरत जयपुरी ने की थी। यह गीत 1955 की फिल्म "अरे मन तेरे कहिए" में चित्रित किया गया था और इसे मशहूर गायक मोहम्मद रफी ने गाया था। तब से, यह लाखों लोगों के बीच एक लोकप्रिय भक्ति गीत बन गया है, जो इसकी प्रेरणादायक और भावपूर्ण धुन से प्रेरित हैं।
"आओ मदीने चलें" गीत के बोल इस प्रकार हैं:
पल्लवी:
आओ मदीने चलें, हाजी बन करके चलें
फैज़ पाएंगे भरपूर, दिलों के ऊपर चलेअंतरा 1:
वहां रोजा की रौनक है, कुरान की तिलावत है
जन्नत का टुकड़ा सा, ज़मीं पर दिखाई पड़ेअंतरा 2:
रसूल-ए-खुदा की कबर, जन्नत का दरवाज़ा है
मुँह फेरे खैर नहीं, सिर झुका के करें सलामअंतरा 3:
मदीने में करनी है, मन्नतें सब पूरी
हसीं नूर का मंज़र है, देखो दिलों में उतरेपल्लवी:
आओ मदीने चलें, हाजी बन करके चलें
फैज़ पाएंगे भरपूर, दिलों के ऊपर चले
गीत का अर्थ:
गीत तीर्थयात्रियों को मदीना की यात्रा करने और पैगंबर मुहम्मद की कब्र का दौरा करने के लिए आमंत्रित करता है। यह मदीना की पवित्रता और रमजान के महीने में इसकी विशेष आध्यात्मिक रौनक का वर्णन करता है। गीत भक्तों को याद दिलाता है कि मदीना में पैगंबर की कब्र पर सलाम करना एक महान आशीर्वाद है, और जो लोग वहां तीर्थयात्रा करते हैं, उन्हें "जन्नत का टुकड़ा" देखने का सौभाग्य मिलेगा।
मदीना की यात्रा मुसलमानों के लिए एक जीवन बदलने वाला अनुभव हो सकता है। यह न केवल उनके विश्वास को मजबूत करता है बल्कि उनके दिलों को भी पवित्र करता है। मदीना में पैगंबर की कब्र का दौरा करने से आध्यात्मिक शांति और दिव्य मार्गदर्शन मिल सकता है।
यदि आप मदीना की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो निम्नलिखित युक्तियाँ काम आएंगी:
2024-08-01 02:38:21 UTC
2024-08-08 02:55:35 UTC
2024-08-07 02:55:36 UTC
2024-08-25 14:01:07 UTC
2024-08-25 14:01:51 UTC
2024-08-15 08:10:25 UTC
2024-08-12 08:10:05 UTC
2024-08-13 08:10:18 UTC
2024-08-01 02:37:48 UTC
2024-08-05 03:39:51 UTC
2024-08-01 03:00:15 UTC
2024-09-04 04:27:14 UTC
2024-09-04 04:27:33 UTC
2024-09-04 04:27:52 UTC
2024-09-04 04:28:26 UTC
2024-09-08 16:37:03 UTC
2024-09-08 16:37:25 UTC
2024-08-17 19:51:33 UTC
2024-10-03 01:24:27 UTC
2024-10-03 01:24:15 UTC
2024-10-03 01:24:09 UTC
2024-10-03 01:23:53 UTC
2024-10-03 01:23:32 UTC
2024-10-03 01:23:26 UTC
2024-10-03 01:23:17 UTC
2024-10-03 01:23:08 UTC